Pages

Tuesday, 3 January 2012

सत्य की जीत होकर रहेगी


सत्य की जीत होकर रहेगी
प्रिय सेवक,
जय आर सी एम

संसार में जितन महान व्यक्ति हुएँ हैं सबने सत्य का सहारा लिया है -सत्य
की उपासना की है | चंद्र टरै सूरज टरै टरै जगत व्यवहार के उद्‌घोषक राजा
हरिश्चंन्द्र की सत्य निष्ठा विश्वविख्यात है | हालांकि उन्हें सत्य के
मार्ग पर चलने में अनेक कठनाईयो के दलदल में फंसना पड़ा | राजा दशरथ ने
सत्यवचन निर्वाह के लिए अपना प्राणोत्सर्ग तक किया | महात्मा गांधी ने
सत्य की शक्ति से ही अंग्रेजों का शासन की जड़ काट दी उनका कथन है -"सत्य
एक विशाल वृक्ष है, उसकी ज्यों ज्यों सेवा की जाती है त्यों त्यों उसमें
अनेक फल आते हुए नजर आते हैं उसका अंत नहीं होता है |वस्तुतः सत्य भाषण
और सत्य पालन के अमित फल होते हैं ,इस पर ही संसार का सभी विज्ञान आधारित
है सारा मानव समाज इसी धुरी पर ही कायम है | RCM इसी सत्य पर आधारित मानव
समाज के कल्याणार्थ इस सृष्टि का प्रसाद है , जिसके द्वारा यह स्थिर है
वो परमात्मा हैँ और जिसके द्वारा यह चल रहा है वो माननीय श्री टी॰ सी॰
छाबड़ा हैँ ; इसकी जीत पक्की है ।

और कहना चाहूँगी कि~

तूफानों की कमी नहीँ है इस जीवन मेँ ,
लड़ते हुए ये सफर तय करना ।
जो मिले जख्म सफर ए राह मेँ,
उन्हेँ ही तुम जिन्दगी का तजुरबा कहना,
लाख जख्म खाने पर भी,
हर जख्म नया होगा,
तजुरबे कितने ही क्योँ न हो,
लेकिन हर सफर नया होगा ॥


आपकी सच्ची सेविका
     रेखा झा, दरभंगा {बिहार}

No comments:

Post a Comment