आर सी एम के खिलाफ इतना गुस्सा क्यों ?
कम्पनी रजिस्टर्ड है, विसाल एवं भव्य कार्यालय है, तक़रीबन 700 उत्पाद है, उत्पादों से ग्राहक संतुष्ठ है. ग्राहक करोड़ों की तादाद में है, देशभर में सैकड़ों डिपो और हजारों बाज़ार है. लाखों कर्मचारी कार्यरत है. विभिन्न राज्यों में उत्पाद इकाईया है. कम्पनी आयकर, बिक्रीकर, उत्पाद शुल्क, सर्विस टैक्स, कर्मचारी बीमा, भविष्य निधि, वैट सबके मामले में देशभर में अग्रणी है. कोई गतिविधि चिटफंड या मनिसर्कुलेशन की नहीं, एडवांस कोई राशी नहीं ली जाती, सभी उत्पादों का विक्रय नकद में किया जाता है और ऑनलाइन बिल मिलता है. केरल की सरकार से लेकर संसद भवन तक में इस प्रकार के व्यवसाय को संवैधानिक माना गया है. मद्रास हाई कोर्ट ने माना कि ऐसी गतिविधियों में गैर कानूनी कुछ भी नहीं है. देशभर से कोई भी शिकायत नहीं फिर भी भ्रामक प्रचार, अनावश्यक व गलत पुलिस कार्यवाही और फर्जी मुकदमा लगाकर किसी साज़िश के तहत पुलिस उत्पीडन करने पर तुली हुई है.
भारतीय कम्पनी अधिनियम के तहत पंजीकृत कम्पनी फैशन सूटिंग्स प्राइवेट लिमिटेड द्वारा संचालित आरसीएम बिजनस हर वायदे कानून को मानने वाला बहुस्तरीये व्यावसायिक अभियान है, यह कोई चिटफंड कम्पनी नहीं है, पिछले 10 वर्षो से पूरी जिम्मेदारी और जवाबदेही के साथ आरसीएम देश के कोने कोने में कार्यरत है, इसके करोड़ों उपभोक्ताओं है और उससे भी कई गुना ज्यादा शुभचिंतक. एक बहुमुखी प्रतिभा के धनी कवि, गीतकार और लेखक एवं विचारशील उद्यमी त्रिलोक चंद छाबड़ा की अनूठी सोच का शानदार प्रयास मगर हर कानून को मानने वाली, सर्वाधिक कर देने वाली इस लोकप्रिय कम्पनी को अनावश्यक और गलत तरीके से भीलवाड़ा पुलिस द्वारा सीज कर दिया गया है, दोस्तों यह साज़िश है, इस बेनकाब करना होगा, धर्य और समझदारी के साथ, आप अपने इलाके में इस पुलिस कार्यवाही के विरुद्ध ज्ञापन दे, एसएमएस कंपिन चलाये तथा राजस्थान के मुख्यमंत्री को पत्र लिखें. यह आम लोगों की कम्पनी है, यह साधारण भारतीयों का सपना है, जिसे टूटने नहीं देना है, साकार करना है, भरोसा रखे, कम्पनी ने कोई कानून नहीं तोडा है, हर कानून को माना है, फिर भी षड़यंत्रपूर्ण तरीके से यह कार्यवाही की गई है, हमें भीलवाड़ा पुलिस से पूछना जब किसी ने शिकायत नहीं की, किसी भी निवेशक को कोई परेशानी नहीं है तो फिर आरसीएम के खिलाफ कार्यवाही क्यों ? मुख्यालय को बिना वज़ह सीज किया क्यों ? पूछो कि आरसीएम के खिलाफ कोई शिकायत नहीं है फिर व्हाई दिस कोलावारी दी ? (आरसीएम के प्रति गुस्सा क्यों ?)
भंवर मेघवंशी
(संपादक - khabarkosh.com)
sabhi rcm distriburs compani ke sath hain
ReplyDeletemanania sampadak ji,app ka why thi kolavari di?sirsak bahuti sach or samay-upoyogi hai.rcm ke sath 1.5 kr distributor hai.
ReplyDeleteis type k sirshak or likhe taki desh vasi ko sach ka pata chele.
rcm public ka ha or public rcm ki. Ham sab rcm ke sath ha. I vote for rcm
ReplyDeletejiy rcm
ReplyDeletercm hamari jaan h
ReplyDeletekya ji ?aaj baandh karwa rahe ho aur future me tumharhi beta beti rcm ka koi achiver banke apna vabishya ujjwal karega.is liye kolavery(gussa/nadni) choro.rcm ka apna aviyan ko calne do.
ReplyDeleteJAI RCM, SIR APKA JABAB NAHI! AGAR APKA STATEMENT ISHI TARAH MILTA RAHA TO HUM DUGUNE NAHI SAU GUNE CHARGE HO JAYENGE, AAP HAMESH ISHI TARAH KA URJAWAN STATEMENT DETE RAHIYE, RAJ KUMAR BIRSANAGAR TELCO
ReplyDeleteRcm garibon ka business tha ab ye amiron ki nazar mein chadh chuka hai tabhi aaj Rcm ki Agni parikcha ki ghadi mein hum sab 1.5 ccrore bhartiya sabhi T.C.JI ke saath hain......ek sewak .......jai rcm
ReplyDeleteAb samay aa gaya hai doston,hum 1.5 crore Rcm ke jaanbaaz sipahi Rcm Business ke madhyam se crorepati banne wale hain kewal dhairya aur saahas nahi chodna hai apne kaam mein lage rahna hai......ek sewak......
ReplyDeletejai rcm