भंवरी और परस देवी तथा गोपालगढ़ मामलो से जनता और मीडिया ध्यान भटकाने के लिए सरकार ने एमएलएम कम्पनियों पर निशाना साधा है और वो सफल भी रही है.
पीयुसीएल कम्पनी नामक कम्पनी कोई 2 -3 दशक से और आरसीएम कम्पनी लगभग एक दशक राजस्थान में काम कर रही है. अब सरकार इन कम्पनियों के खिलाफ कार्यवाही की जा रही है, इनके निदेशकों को गिरफ्तार किया जा रहा है. कम्पनियों को सीज किया जा रहा है..
वास्तविकता यह है कि भंवरी देवी और मदेरणा की सीडी को सार्वजनिक करने वाले न्यूज़ चेनल पी7 और चेनल से संबध पीयुसीएल कम्पनी और भीलवाडा की नामी मिल मेवाड़ मिल को खरीदने के कारण स्थानीय राजनेताओ की नज़रो में चढ़े त्रिलोक छाबड़ा की कम्पनी को सीज कर उनके खिलाफ कारवाही के जा रही है.
Kucch ye bhi to ho sakte hai..... http://www.youtube.com/watch?v=WeM-pKxJuJM
ReplyDeleteyes, bahut sahi hai .
ReplyDeletesatya paresan ho sakta hai parajit nahi.
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